Full information about Sparrow in Hindi
Sparrow in Hindi | Full information about Sparrow in Hindi
गौरैया
चिड़िया जानकारी, रोचक तथ्य और
विशेषताएं | ( About Sparrow | Sparrow in hindi )
Sparrow in Hindi: गौरैया (Sparrow) चिड़िया को आपने अपने घरों में मैं से एक न एक बार किसी न किसी एक जगह से दूसरी जगह पर फुदकते हुए जरूर देखी होगी। गौरेया को हम घरेलू चिड़िया भी कहते है।भारत और दुनिया के अलग-अलग जगहों और शहरों मैं इसे अलग-अलग नामों से भी जाना जाता है. इसे सिंधी में झिरकी भी कहते है, पंजाब में चिरी,उर्दू में चिरैया, जम्मू और कश्मीर में चेर, महाराष्ट्र में चिमनी, गुजरात में चकली, उड़ीसा में घराछतिया, तेलुगू में पिछुका, कन्नड़ में गुबाच्ची, पश्चिम बंगाल में चराई पाखी, तमिलनाडु और केरल में कुरूवी के नाम से भी जानी जाती है।
घरेलू गौरैया का वैज्ञानिक नाम Passer domesticus (पास्सेर डोमेस्टिकस) है. गौरैया बहुत ही छोटे पंछी वा जीव है. यह पक्षियों के समूह Passer के Passeridae कुल का सदस्य है घरेलू गौरैया. लगभग 140 प्रजातियाँ पुरी दुनिया में इन पक्षियों की पाई जाती हैं उनमें से House Sparrow (घरेलू गौरैया) सबसे अधिक संख्या में पाई जाती है. इस समूह की अन्य प्रमुख प्रजातियों हैं Petronia, (पहाड़ों पर पाई जाने वाली); Carpospiza, और Montifringilla
पिछले
कुछ वर्षों में गौरैया की
संख्या में बहुत तेजी
से कमी आई है अथवा
वह विलुप्त होने की कगार
पर है। जिसके अनेकों
कारण हैं. यहां हम
Sparrow से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी, उसके
रहन-सहन और खान-पीन की आदतों
के साथ गौरैया के
प्रजनन की विशेषताओं के
बारे में जानेंगे. गौरैया
का वैज्ञानिक वर्गीकरण, इस पोस्ट में
हम गौरैया से जुड़े बहुत
रोचक तथ्य भी आपको
बताएँगे.
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गौरैया का वैज्ञानिक वर्गीकरण (Sparrow's Scientific Classification)
वैज्ञानिक
नाम: Passer domesticus
(पास्सेर डोमेस्टिकस)
किंगडम/जीव-समूह: पशु
वर्ग:
पक्षी
गण/समूह: Passer
कुल/परिवार: Passeridae (पस्सेरिडे )
प्रमुख प्रजातियाँ: गौरैया की लगभग 140 प्रजातियाँ पाई जाती हैं जिनमें से House Sparrow (इमारतों में घरों या पाई जाने वाली गौरैया) अधिक संख्या में पाई जाती है. अन्य प्रजातियों में Chipping Sparrow, Tree Sparrow, Fox Sparrow ,Song Sparrow, आदि प्रमुख हैं.
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महत्वपूर्ण जानकारी गौरैया के बारे में | Everything About Sparrow in Hindi
गौरैया एक छोटी और और सबसे सुन्दर पक्षी है. गौरैया जंगलों से ज्यादा इंसानों के करीब और शहरों तथा गाँवों में रहना ज्यादा पसंद करती है. इस चिड़िया का इंसानों ने ज्यादा ध्यान नहीं रखा है. शहरीकरण और औधोगीकरण की वजह से आज गौरेया हमारे बीच बहुत कम दिखाई देती है स्याद दिखाई देती ही नही है.
गौरैया के शरीर की औसतन लम्बाई 6 इंच के आस-पास होती है। औसत वजन 80 ग्राम से 150 ग्राम के बीच होता है. गौरैया भूरे या स्लेटी रंग की होती हैं
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गौरैया की रहन-सहन, भोजन, और प्रजनन विशेषताएं (Sparrows Living, Feeding, and Breeding Characteristics)
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गौरैया से जुड़े कुछ रोचक तथ्य | Amazing Facts about Sparrow in Hindi
- रंगों के आधार पर गौरैया मैं नर और मादा को उनके पहचाना जाता है मादा गौरैया पूरी तरह गहरे भूरे रंग की होती हैं और नर गौरैया के गर्दन और पंखों पर काले रंग की पट्टियां होती है.
- ‘World Sparrow Day’ प्रति वर्ष 20 मार्च को मनाया जाता है. इस दिन देखा जाता है की विश्व भर मै कितनी गौरैया की जनसंख्या घटी है. और उन्हें बचाने का अभियान चलाया जाता है.
- मूल तौर पर गौरैया को मांसाहारी पक्षी माना जाता हैं, लेकिन इंसानों के नज़दीक रहने के कारण से इनके खाने में दाने, फल, बीज आदि भी शामिल हो गए हैं.
- की तेजी से घटती संख्या को चिंता का विषय मान कर इसे पक्षियों की ‘Endangered’ (ख़त्म होने के खतरे की स्थिति) इन्हे इस श्रेणी में दाल दिया है.
- सामान्यतया 24-25 मील प्रति घंटे की रफ़्तार से गौरैया उड़ती हैं पर खतरे की स्थिति में यह अपने उड़ने की गति बड़ कर गति 31 मील प्रति घंटा तक हो जाती है.
- मादा गौरया को रिझाने के लिए घोंसले का निर्माण नर गौरैया करती हैं. अगर मादा गौरैया सम्बन्ध बनाने की इच्छा में रूचि दिखाती है तो वह घोंसला बनाने में सहायता भी करवाती है.
- साँपों, लोमड़ियों, कुत्तों, बिल्लियों इत्यादि से गौरैया को ज्यादातर ख़तरा रहता है. यह सभी जानवरो के पास या गौरैया को आसानी से नुक्सान पहुँचाने की क्षमता होती है.
- औसतन गौरैया का जीवन काल 4 से 5 साल का होता है. कुछ गौरैया के 12 साल तथा उससे भी अधिक समय तक जीवित रहने की पुष्टि हुई है.
- चीन की सरकार ने फसलों को गौरैया से बचाने के लिए लाखों चिड़ियाओं को मारने का अभियान चलाया था. 1950 मै इस अभियान से चाइना सरकार को नुक्सान ही झेलना पड़ा जिन कीड़ों को गौरैया खा जाती थी उन्ही कीड़ों के द्वारा फसल को बर्बाद हो गई.
- गौरैया ज्यादातर सीधा ना चलकर एक जगह से दूसरी जगह कूद-कूद कर जाती है. उड़ने में भी आलसी होती हैं गौरैया और लगातार उड़ने के बाद भी काम ही दूरी तय कर पाती हैं.
- गौरैया सामान्यतया उड़ते हुए 9 से 12 हज़ार फीट की ऊंचाई तक उड़ सकती हैं. 20 हज़ार फीट की ऊंचाई पर भी वैज्ञानिकों की एक रिसर्च टीम ने गौरैया को उड़ाकर देखा है.